उसने खुद को मानव बम बताकर कक्षा में मौजूद छात्रों को विस्फोट कर जान से मारने की धमकी दी।
मालदा। एक हाथ में पिस्तौल, दूसरे में पेट्रोल बम और शरीर में इलेक्ट्रिक बम लिपटा हुआ व जूते में भोजाली लेकर एक आतंकी हमलावर अचानक स्कूल की 7 वीं कक्षा में घुस गया।
उसने खुद को मानव बम बताकर कक्षा में मौजूद छात्रों को विस्फोट कर जान से मारने की धमकी दी। आज बुधवार दोपहर करीब 12 बजे हुई इस घटना से ओल्ड मालदा थाना क्षेत्र के मुचिया ग्राम पंचायत के चंद्रमोहन उच्च विद्यालय में सनसनी फैल गई। क्लास रूम में मौजूद शिक्षिका के सिर पर बंदूक तान कर उसे गोली से उड़ाने की धमकी दी गई। कक्षा में मौजूद करीब 70 छात्र और शिक्षक इस घटना से सहम गए।
इसी बीच स्कूली छात्रों के अपहरण की घटना की खबर सुनकर मालदा के पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार यादव सहित भारी संख्या में पुलिस बल बुलेट प्रूफ जैकेट पहनकर मौके पर पहुंच गया। उन्होंने काफी समय तक हमलावर के साथ बाहर से बात की व उसे समझाने की कोशिश की। इस दौरान पूरे इलाके में खबर फैल गयी। उसके कारण स्कूल परिसर में हजारों ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा। आखिरकार काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने आरोपी व्यक्ति देव वल्लभ (48)को आग्नेयास्त्रों और बमों के साथ पकड़ लिया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि देव वल्लभ नाम का व्यक्ति आज 7 वीं कक्षा कक्ष में घुसा। उसने इन बच्चों के एवज में अपने बेटे रुद्र को वापस करने की मांग की।
उसने बताया कि उसकी पत्नी रीता वल्लभ व 12 वीं में पढऩे वाला उसका बेटा रुद्र वल्लभ पिछले एक साल से लापता है। पुलिस- प्रशासन उन्हें खोजने में मदद नहीं कर रहा है।
आरोपी व्यक्ति ने बताया कि बदमाशों ने एक साल पहले उसकी पत्नी और बेटे का अपहरण कर लिया था। लेकिन प्रशासन कोई सुनवायी नहीं कर रहा है। इसलिए मजबूर होकर उसे आज ऐसी घटना करनी पड़ी।
पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार यादव ने बताया कि गिरफ्तार व्यक्ति की कुछ पारिवारिक समस्या है। लेकिन कोई सोच भी नहीं सकता था कि वह स्कूल में घुसकर ऐसा अपराध करेगा। आरोपी के पास से कई बंदुक और केमिकल बरामद किए गए हैं।
फॉरेंसिक जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। हालांकि आरोपी देव वल्लभ नामक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसकी मानसिक स्थिति के बारे में अभी कुछ स्पष्ट नहीं कहा जा सकता है। सभी मामले जांच के अधीन हैं। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है।
स्कूल में बंदूक लेकर घुसने की घटना को मुख्यमंत्री ने बताया साजिश, कहा-सामूहिक बंधक बनाने की योजना
मालदा जिले की एक स्कूल में एक व्यक्ति के हाथ में बंदूक चाकू और दो पेट्रोल बम लेकर घुसने की घटना को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गंभीर करार दिया है। उन्होंने इसके पीछे साजिश की आशंका जाहिर करते हुए कहा है कि योजना सामूहिक तौर पर बच्चों को बंधक बनाने की थी। मुख्यमंत्री ने बुधवार को इस घटना के तुरंत बाद नवान्न में प्रेस वार्ता की। उन्होंने कहा कि वे बच्चों को बंधक बनाने के लिए बंदूक लेकर स्कूल में घुसे लेकिन पुलिस, शिक्षकों और पत्रकारों ने बड़ी सूझबूझ दिखाई है। बड़ी चतुराई से साजि़श को विफल किया गया। मालदा के मुचिया चंद्रमोहन उच्च विद्यालय में बुधवार दोपहर एक बंदूकधारी तमंचा लेकर अचानक घुस गया। उसके पास दो पेट्रोल बम और एक चाकू भी था। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बंदूकधारी ने कक्षा में घुसने के बाद पहले शिक्षक को धमकाया। इसके बाद उसने तमंचा उठा लिया और छात्रों को भी जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद उसे क्लासरूम में खड़े होकर अनाप-शनाप बातें करते सुना गया। बाद में पुलिस मौके पर पहुंची और पत्रकारों की भीड़ में मिलकर बंदूकधारी को काबू कर लिया। बुधवार को घटना के एक घंटे के भीतर मुख्यमंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पुलिस, पत्रकारों और स्कूल के शिक्षकों की तारीफ की। हालांकि, साथ ही उन्होंने सवाल उठाया, वह बंदूकधारी बिना परिचय पत्र के स्कूल परिसर में कैसे घुस गया?''इस घटना के बाद पुलिस ने बंदूकधारी को गिरफ्तार कर लिया। बाद में पता चला कि शख्स का नाम देव वल्लभ है। उसका घर नेमुआ, पुराना मालदा में है। इससे पहले वह कई बार फेसबुक पर तरह-तरह की धमकी देते नजर आ चुका हैं। बुधवार को उसे यह कहते सुना गया, ''मेरी पत्नी कहां है? सब कहते हैं मेरी बीवी का कैरेक्टर खराब है, मेरी बीवी को कहा जाता है कि तुम्हारे पति का कैरेक्टर खराब है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें पूरी घटना की विस्तार से जानकारी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। लेकिन साथ ही ममता ने सावधान रहने की सलाह दी ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। मुख्यमंत्री की सलाह, ''मैं स्कूल कमेटी को कहूंगी, स्कूल खुलने के बाद स्कूल में दो गेटकीपर की व्यवस्था की जाए। जरूरत पडऩे पर वे पुलिस की मदद भी ले सकते हैं। बिना पहचान पत्र के विद्यालय में प्रवेश नहीं करने दिया जाए। हालांकि, गांव के लोग सरल हैं और हो सकता है कि उन्होंने यह सोचकर उन्हें प्रवेश करने दिया हो कि वे अभिभावक थे। लेकिन यह युग साइबर क्राइम का युग है। सतर्क रहें।